Haryana Vidhan Sabha Chunav- हरियाणा में विधानसभा चुनाव के शेड्यूल का ऐलान आज; जम्मू-कश्मीर में भी बजेगा चुनावी बिगुल

हरियाणा में विधानसभा चुनाव के शेड्यूल का ऐलान आज; जम्मू-कश्मीर में भी बजेगा चुनावी बिगुल, चुनाव आयोग की इतने बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस

Haryana-Jammu-Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024 Schedule Election Commission

Haryana-Jammu-Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024 Schedule Election Commission

Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने शुक्रवार दोपहर 3 बजे दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी है। चुनाव आयोग की तरफ से यह प्रेस कॉन्फ्रेंस आगामी विधानसभा चुनाव-2024 के शेड्यूल के ऐलान के लिए बुलाई गई है। इसी साल हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव होना है। हालांकि, अभी यह माना जा रहा है कि, चुनाव आयोग आज हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का शेड्यूल जारी करेगा।

वहीं इसी साल के अंत तक होने वाले महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग बाद में शेड्यूल जारी कर सकता है। इन दोनों राज्यों का आयोग ने अभी दौरा भी नहीं किया है। जबकि हाल ही में चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था और वहां चुनाव से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया था। आयोग की टीम ने चुनाव को लेकर सुरक्षा और अन्य प्रकार से समीक्षा की थी।

हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें

हरियाणा में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होने वाला है। यानि हरियाणा में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त हो जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। इन 90 सीटों पर पिछला विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुआ था। तब चुनाव आयोग ने 27 सितंबर को चुनावी नामांकन के लिए अधिसूचना जारी की थी और 4 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए गए थे। वहीं 7 अक्टूबर नामांकन वापस लेने की तिथि थी। जबकि 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 21 अक्टूबर को हुई थी। जिसके बाद 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती की गई और रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया गया था।

किसी भी पार्टी को नहीं मिला था बहुमत

2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ था। हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में बहुमत के लिए किसी पार्टी को अकेले दम पर 46 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन रिजल्ट के बाद सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने 40 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 31 सीटें, जेजेपी ने 10 और अन्य ने 9 सीटें हासिल की थी। जिसके बाद बीजेपी और जेजेपी ने आपस में गठबंधन किया और राज्य में सीएम मनोहर लाल के नेतृत्व में गठबंधित सरकार चलाई।

लेकिन यह गठबंधित सरकार इस साल लोकसभा चुनाव से पहले बिखर गई। 12 मार्च को बीजेपी ने जेजेपी से गठबंधन तोड़ लिया और इसके साथ ही मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उसी दिन नायब सिंह सैनी ने सरकार बनाने के लिए तय विधायकों की संख्या के हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इस समय नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा में बीजेपी सरकार है। वहीं इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी कांग्रेस, जेजेपी और आप के बीच चौतरफा मुकाबला होने की संभावना है। उधर इनेलो भी इस बार पूरी दमखम के साथ मैदान में है।

इनेलो और मायावती की बीएसपी पार्टी गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में उतरे हैं। इस बार देखना यह होगा हरियाणा की जनता किस पार्टी को सत्ता में बैठाती है। ज्ञात रहे कि, हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लग चुका है। 2019 के लोकसभा चुनाव में जहां बीजेपी ने राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतीं थीं तो वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। ये सीटें कांग्रेस के खाते में गईं। जिसे 2019 में एक भी लोकसभा सीट नहीं मिली थी।

धारा 370 हटने के बाद पहला विधानसभा चुनाव

जम्मू-कश्मीर में लास्ट विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था। तब जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व में पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार बनी थी। लेकिन बीजेपी के फैसलों से मतभेदों के चलते यह गठबंधित सरकार जून 2018 में गिर गई। जिसके बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग हो गई। वहीं इसके बाद केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को संसद में प्रस्ताव लाकर धारा-370 को निरस्त कर दिया था। साथ ही राज्य को 2 हिस्सों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था और दोनों को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया था।

केंद्र सरकार द्वारा ऐसा किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर के नेताओं में खलबली मच गई थी। फिलहाल 10 साल के अंतराल के बाद अब जम्मू-कश्मीर में फिर से विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। वहीं धारा 370 हटने के बाद अब जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होगा। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर को जल्द ही पूर्ण राज्य का दर्जा भी मिलेगा। मालूम रहे कि, पिछले साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को 30 सितंबर, 2024 तक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया था।

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की कुल 90 सीटें

मई 2022 में जम्मू-कश्मीर में परिसीमन के बाद अब विधानसभा सीटों की संख्या 90 हो गई है। जम्मू में विधानसभा की 43 और कश्मीर घाटी में 47 सीटें हैं। इससे पहले 2014 में विधानसभा की 87 सीटों पर चुनाव चुनाव हुआ था। उस वक्त जम्मू की 37, कश्मीर घाटी की 46 और लद्दाख की 6 सीटों पर चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बड़ी चुनौती

पाकिस्तान से सटे और आतंकियों के साये के चलते जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बड़ी चुनौती है। खासकर उत्तरी कश्मीर के जिलों में चुनाव संपन्न कराना बड़ी चुनौती है। यहां के कई इलाके संवेदनशील हैं। 14 अगस्त को चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ बैठक की थी। वहीं इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू-कश्मीर में दौरा करके चुनाव तैयारियों की समीक्षा की थी।